कच्चा तेल लुढ़का, लेकिन नहीं बदले पेट्रोल-डीजल के दाम, सरकार ने कटौती से भी किया इनकार
देश में लगातार 31 दिनों से पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. मंगलवार यानी 17 अगस्त, 2021 को भी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने तेल के दामों को स्थिर रखा है. रिटेल फ्यूल के दाम देश में फिलहाल अपने रिकॉर्ड हाई पर चल रहे हैं. कोविड-19 के डेल्टा वेरिएंट की चिंता के चलते तेल की मांग नहीं सुधर रही, जिसके चलते बाजार में गिरावट देखी जा रही है. सोमवार को कच्चे तेल की वायदा कीमतों में भारी गिरावट आई है. वायदा कारोबार में कच्चा तेल की कीमत 95 रुपये की हानि के साथ 4,986 रुपये प्रति बैरल रह गयी. वैश्विक स्तर पर, न्यूयॉर्क में वेस्ट टैक्सास इंटरमीडिएट कच्चे तेल का दाम 1.86 प्रतिशत हानि के साथ 67.17 डालर प्रति बैरल रह गया. वैश्विक मानक माने जाने वाले ब्रेंट क्रूड का दाम 1.62 प्रतिशत घटकर 69.45 डालर प्रति बैरल रह गया.द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फ्यूल पर एक्साइज ड्यूटी घटाए जाने की संभावनाओं पर कहा है कि सरकार ईंधन (पेट्रोल-डीजल) पर उत्पाद शुल्क कम करने की स्थिति में होती अगर उस पर यूपीए के समय के ऑयल बांड्स के लिए भुगतान करने का बोझ नहीं होता. पेट्रोल और डीजल की ऊंची कीमतों को कम करने के लिये उन पर उत्पाद शुल्क में कटौती से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व में ईंधन पर दी गयी भारी सब्सिडी के एवज में किए जा रहे भुगतान से उनके हाथ बंधे हुए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र और राज्यों को साथ बैठकर पेट्रोलियम की ऊंची कीमतों के मुद्दे के समाधान के लिए रास्ता तलाशने की जरूरत है.