पटना समेत कई जिलों में खतरे के निशान से पार पहुंचीं गंगा, 12 अगस्त तक बिहारवाले रहें सतर्क!
राजधानी पटना से लेकर बक्सर तक सूबे के कई जिलों में गंगा नदी उफान पर हैं। इसका जलस्तर खतरे के निशान को काफी हद तक पार कर गया है। जिसके चलते पटना, भागलपुर और मुंगेर के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पूर्वी बिहार के खगड़िया और कटिहार जिलों में भी गंगा के बेसिन में रह रहे लोग परेशान हैं। यहां भी बाढ़ जैसे हालात बनते नजर आ रहे हैं। वहीं सूबे कई इलाकों में 12 अगस्त तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। ऐसे में लोगों को खास सावधानी बरतने की जरूरत है।
गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखें तो बक्सर में ये खतरे के निशान से 31 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया। दीघा में नदी का पानी लाल निशान से 41 सेंटीमीटर ऊपर और पटना शहर के गांधी घाट पर 98 सेंटीमीटर ऊपर चला गया। वहीं पटना जिले के हाथीदाह में गंगा नदी 88 सेंटीमीटर के ऊपर बह रही थीं। मुंगेर और भागलपुर में भी गंगा लगातार उफान पर बनी हुई हैं। फरक्का से लगभग 50 किमी पश्चिम में कहलगांव के पास ये खतरे के निशान से 71 सेमी ऊपर पहुंच गईं। बिहार के गंगा बेसिन में अगले कुछ दिनों में बाढ़ से हालात बिगड़ सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उत्तर प्रदेश के कई इलाकों जैसे प्रयागराज और वाराणसी में समेत ऊपरी क्षेत्रों में गंगा नदी जल स्तर लगातार ऊपर जा रहा है। बिहार में गंगा नदी ही नहीं कई और नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। सोन और पुनपुन दोनों का जल स्तर बढ़ रहा है।