स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विश्व स्तनपान दिवस पर अपनी बात रखते हुए कहा कि स्तनपान से बच्चों में रोगाणुओं का अंत होगा। इससे न सिर्फ बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास होगा, बल्कि नवजात शिशु मृत्यु दर में कमी आयेगी और कुपोषण से भी मुक्ति मिलेगी।
आपको बता दें कि, राज्य भर में विश्व स्तनपान सप्ताह कार्यक्रम मनाया जा रहा है, जहां 92 हजार आशा कार्यकर्ता, 26 हजार जीएनएम एवं एएनएम की तैनाती की गई है। मंगल पांडे ने आगे यह भी बताया कि स्तनपान सप्ताह के दौरान गर्भवती और माताओं के साथ बैठकर स्तनपान से होने वाले लाभ और स्तनपान के सही तरीके के संबंध में आशा, एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता चर्चा करेंगी और इन स्वास्थ्य कर्मियों से अभियान की सफलता को लेकर शपथपत्र भी लिया जाएगा।
अगस्त माह में होने वाले ‘विलेज हेल्थ सेनिटेशन एंड न्यूट्रीशन डे’ में सभी दो वर्ष तक के बच्चों की माताओं को निमंत्रित करेंगी। कोविड-19 महामारी के परिप्रेक्ष्य में संभावित संक्रमित महिलाओं, संक्रमित माताओं को चिकित्सकीय सलाह दिया जाएगा तथा हाथ की नियमित सफाई, मास्क का प्रयोग आदि कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए स्तनपान के लिए स्वास्थ्य कर्मी प्रेरित करेंगी।