नहीं थम रहा बाढ़ का कहर, भागलपुर में अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा
बिहार के कई जिले बाढ़ से प्रभावित हैं, इनमें भागलपुर भी शामिल है। जहां शुक्रवार को कहलगांव में गंगा नदी खतरे के निशान से 1.43 मीटर ऊपर बह रही थीं। हालांकि, सूबे के अन्य इलाकों में नदी के जल स्तर में गिरावट का रुख देखने को मिल रहा है। बाढ़ प्रभावित बेगूसराय और मुंगेर जिलों में अब हालात सुधर रहे हैं। पानी धीरे-धीरे उतर रहा है, जिससे लोगों की परेशानी कम होती नजर आ रही है। मौजूदा हालात को देखें तो सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र दक्षिणी भागलपुर का कहलगांव और पीरपैंती ब्लॉक है। इसके अलावा उत्तरी भागलपुर के गोपालपुर, रंगदा, नौगछिया, खरिक और बिहपुर ब्लॉक और कटिहार जिले के कुर्सेला, बरारी और अन्य क्षेत्रों में भी बाढ़ का बुरा असर देखने को मिल रहा है। इस क्षेत्र में तीन नदियां कोसी, गंगा और महानंदा हैं, जो लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।23 अगस्त तक बिहार समेत पड़ोसी देश नेपाल में भारी बारिश की आशंका जताई गई है। ऐसी स्थिति में गंगा बेसिन में बाढ़ की स्थिति फिर से विकराल हो सकती है। शुक्रवार को गंगा बक्सर और दीघा में खतरे के निशान से नीचे बह रही थीं। शनिवार को गांधी घाट पर भी जल स्तर खतरे के स्तर से नीचे जाने की संभावना है। ये गिरावट करीब 43 सेंटीमीटर रहने की संभावना है। वहीं हाथीदाह में नदी खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर और भागलपुर में 84 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी।