अद्भुत होगा पटना का मरीन ड्राइव
पटना के लोग जल्द ही मरीन ड्राइव का नजारा ले सकेंगे। सफर करने वाले लोगों को गंगा का अद्भुत दृश्य देखने को मिलेगा।गंगा के किनारे बन रहे लोकनायक गंगा एक्सप्रेस वे कुछ ही महीनों में आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। पहले चरण में दीघा रोटरी से पीएमसीएच तक का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा। आने वाले मई माह तक इस काम को पूरा कर लेने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह रास्ता शुरू होते ही दीघा रोटरी से PMCH पहुंचने मैं मात्र 7 मिनट लगेंगे। इससे ना केवल आम लोग बल्कि मरीज भी बहुत ही कम समय में बिना जाम का सामना किए पीएमसीएच तक पहुंच सकेंगे।
गंगा एक्सप्रेस-वे पर पिचिंग शुरू हो गई है। अब तक 4 किमी में गिट्टी और मोरम का कार्य पूरा हुआ है। इसमें करीब 1.5 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे पर पिचिंग का काम पूरा कर भी लिया गया है। तय समय में काम को पूरा करने के लिए एजेंसी ने जरूरी संसाधनों में वृद्धि के साथ ही काम करने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ा दी है एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई साढ़े बीस किलोमीटरम है। यह सड़क दीघा रोटरी से शुरू होकर दीदारगंज के पटनाघाट तक जाएगी। पूरे रास्ते को अप्रैल 2023 तक चालू करने का लक्ष्य है। पूरी तरह से चालू होने के बाद दीघा से दीदारगंज की दूरी मात्र 20 मिनट में तय होगी। इसके अंतर्गत पहले चरण में लगभग साढ़े सात किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे की मेन लाइन को तैयार करने का काम तेजी से चल रहा है। साथ साथ एएन सिन्हा इंस्टीट़्यूट के पास अशोक राजपथ से जोड़ने के लिए एप्रोच रोड बनाने का काम भी जारी है।
PMCH का एप्रोच पथ बनाने का काम भी शुरू हो गया है। राजेंद्र सर्जिकल से एप्रोच की शुरुआत हो रही है। यह लगभग एक किलोमीटर लंबा होगा। इसके लिए लोक नायक गंगा पाथवे के दक्षिण पाया का निर्माण किया गया है। इस पर स्टील का गाटर चढ़ाने का काम शुरू हो गया है। यह पूरा स्ट्रक्चर वर्क है।बीएसआरडीसी के अधिकारियों के मुताबिक, दीघा रोटरी, अटल पथ, एलसीटी घाट, एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट और PMCH के पास लोक नायक गंगा एक्सप्रेस-वे पर चढ़ने-उतरने की कनेक्टिविटी मिलेगी। इनमें चार अशोक राजपथ से सीधे जुड़ा है, जबकि एक अटल पथ है।
अटल पथ और अशोक राजपथ से गंगा पथ पर पहुंचने वाली गाड़ियों को पूरब की तरफ जाने के लिए अंडरपास होकर गुजरना होगा। वहीं, एक्सप्रेस-वे पर पूरब से आने वाली गाड़ियां एप्रोच रोड से सीधे नीचे उतरेगी। दीघा रोटरी से अशोक राजपथ पर उतरने वाली गाड़ियों काे अंडरपास होकर निकलना हाेगा। उत्तर बिहार से जेपी सेतु होकर आने वाली गाड़ियों को एक्सप्रेस-वे पर चढ़ने के लिए दीघा रोटरी पर जाना होगा। यहां से गाड़ियां गंगा किनारे होकर एक्सप्रेस-वे पर जाएंगी। वहीं, अटल पथ से आने वाली गाड़ियों को जेपी सेतु से उत्तर बिहार जाने के लिए दीघा रोटरी से गुजरना होगा।
बीएसआरडीसी के अधिकारियों के मुताबिक, गंगा का जलस्तर अधिकतम सीमा पर पहुंचने की स्थिति में भी पाथ-वे पर पानी नहीं चढ़ेगा। यह बाढ़ के दौरान भी चालू रहेगा। गंगा एक्सप्रेसवे को पटना का मैरीन ड्राइव कहा जा रहा है। इसके पूरा होने के बाद ना केवल शहर को जाम से मुक्ति मिलेगी बल्कि साथ में ही लोग गंगा के खूबसूरत नजारे का लुत्फ उठाते हुए अपनी यात्रा को यादगार भी बना पाएंगे।