'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' की 'बबीता जी', दिया ये बड़ा बयान
छोटे पर्दे के चर्चित कॉमेडी शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा में बबीता जी का किरदार करने वाले अभिनेत्री मुनमुन दत्ता इन दिनों मुश्किलों का सामना कर रही हैं।उन पर दलित सुमदाय के लोगों पर जातिसूचक टिप्पणी करने का आरोप है। जिसके चलते मुनमुन दत्ता के खिलाफ हरियाणा के हांसी में मामला दर्ज है। इस मामले को लेकर हाल ही में ऐसी अफवाह उड़ी कि मुनमुन दत्ता को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
अब इस तरह की अफवाह पर खुद अभिनेत्री ने प्रतिक्रिया दी है। मुनमुन दत्ता ने अंग्रेजी वेबसाइट बॉलीवुड बबल से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अपने खिलाफ चल रहे केस और इससे जुड़ी अफवाहों को लेकर लंबी बात की। मुनमुन दत्ता ने कहा कि हांसी में उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया था, बल्कि वह रूटीन पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन गई थीं।
मुनमुन दत्ता ने कहा, 'मुझे गिरफ्तार किए जाने का दावा करने वाली अफवाहों के विपरीत मैं स्पष्ट करना चाहती हूं कि मैं पुलिस अधिकारियों के साथ नियमित पूछताछ के लिए गई थी। मुझे गिरफ्तार नहीं किया गया था। जबकि मुझे पूछताछ के लिए जाने से पहले ही शुक्रवार को अदालत से अंतरिम जमानत मिल गई थी। हांसी पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने मुझसे ढाई घंटे तक मामले के बारे में पूछताछ की। वे बेहद विनम्र और अच्छे व्यवहार वाले थे। मैं पुलिस के साथ सहयोग कर रही हूं और आगे भी करती रहूंगी।'
मुनमुन दत्ता ने कहा कि वह अपने बारे में चल रही अफवाहों और खबरों से परेशान हैं। उन्होंने कहा, 'मैं केवल सुर्खियों के लिए मामले के इर्द-गिर्द की जा रही खबरें से बहुत परेशान हूं। साथ ही, मैं मीडिया पेशेवरों से अनुरोध करूंगी कि वे मामले के इर्द-गिर्द झूठी खबरें न बनाएं।' इसके अलावा मुनमुन दत्ता ने और भी ढेर सारी बातें कीं। आपको बता दें कि
मुनमुन दत्ता ने अपने यूट्यूब चैनल पर पिछले साल 9 मई को एक वीडियो जारी किया था। जिसमें उन्होंने अनुसूचित जाति समाज के बारे में एक अपमानजनक टिप्पणी की थी। जिस बारे में दलित अधिकार कार्यकर्ता व वकील रजत कल्सन ने थाना शहर हांसी में 13 मई को एससी एसटी एक्ट की धाराओं के तहत एक मुकदमा दर्ज कराया था।
मुनमुन दत्ता और बबीता जी के विरुद्ध हरियाणा के हांसी के अलावा उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान व मध्यप्रदेश में भी एफआईआर दर्ज हुई थी। मुनमुन दत्ता ने इन मुकदमों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर सभी मुकदमों की जांच एक जगह हरियाणा के हांसी में करने की मांग की थी। साथ ही मुनमुन दत्ता ने उनके खिलाफ दर्ज सभी मामलों को खारिज करने की भी याचिका में मांग की थी। जिसे सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दिया था। उसके बाद मुनमुन दत्ता ने फिर हाई कोर्ट का रुख कर गिरफ्तारी पर रोक की मांग की थी।
इसके बाद बीते शुक्रवार को हाईकोर्ट ने दत्ता को अंतरिम जमानत देते हुए सात दिन के भीतर जांच में शामिल होने का आदेश देते हुए सरकार से जवाब तलब किया। पिछले सप्ताह हिसार की एससी एसटी एक्ट के तहत स्थापित विशेष अदालत ने मुनमुन दत्ता की अग्रिम जमानत की मांग को खारिज कर दिया था, जिसके बाद अब दत्ता ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी। इस याचिका को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था।