आइजीआइएमएस में दो दिनों तक बच्चों की हृदय रोग से संबंधित जांच की जाएगी

आइजीआइएमएस में दो दिनों तक बच्चों की हृदय रोग से संबंधित जांच की जाएगी

बाल हृदय योजना गरीब परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। आपको बता दें कि, जिले में अब तक दो दर्जन से अधिक बच्चे इस योजना का लाभ उठा चुका है। गुरुवार को 15 बीमार बच्चों को विशेषज्ञ चिकित्सकों से जांच व इलाज के लिए पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्‍थान भेज दिया गया था, इन बच्चों के साथ उनके अभिभावक का भी इलाज किया गया। गया से पटना जाने व वापस लाने के साथ ही जांच व इलाज सभी मुफ्त में होता है। आइजीआइएमएस में दो दिनों तक बारी-बारी से सभी बच्चों की हृदय रोग से संबंधित जांच की जाएगी। इसके लिए अहमदाबाद से तीन विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम पटना पहुंची है।

जिला में योजना के नोडल पदाधिकारी डा. उदय मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत हृदय रोग से ग्रसित बच्चों का इलाज व आपरेशन बिल्कुल मुफ्त में किया जाता है। आईजीआईएमएस, पटना में चिकित्सीय जांच के बाद डाक्टर जिन बच्चाें को आपरेशन की जरूरत बताते हैं उनका मुफ्त में आपरेशन किया जाता है। आपरेशन के लिए चिह्रित सभी बच्चों को अहमदाबाद ले जाकर इलाज किया जाता है। बीमार बच्चे को विमान से ले जाया जाता है। जिले में अब तक 18 बच्चों का हर्ट का सफल आपरेशन हो चुका है, सभी स्वस्थ हैं।

जिले में योजना के शुरू होने से अब तक 49 बाल हृदय रोगी बच्चा का आइजीआइएमएस में स्क्रीनिंग हुआ है। जिला स्तर पर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की स्क्रीनिंग टीम सरकारी स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों पर पहुंचकर हृदय रोग से परेशान बच्चों की पहचान करती है। टीम में आयुष चिकित्सक, फारमासिस्ट व एएनएम रहती हैं। जिला स्तर से सबकुछ फाइनल होने के बाद बच्चे की उच्च स्तरीय चिकित्सीय जांच के लिए उनके अभिभावक के साथ पटना भेजा जाता है।