दोनों हाथों से दिव्यांग होते हुए भी पैदल यात्रा कर बाबा बैधनाथ का करने जा रहे है जलाभिषेक

दोनों हाथों से दिव्यांग होते हुए भी पैदल यात्रा कर बाबा बैधनाथ का करने जा रहे है जलाभिषेक

दोनों हाथों से दिव्यांग होते हुए भी पैदल यात्रा कर बाबा बैधनाथ का करने जा रहे है जलाभिषेक

सावन के पवित्र महीने में सुल्तानगंज से देवघर तक जलाभिषेक के लिए लाखों कांवड़िया यात्रा कर रहे हैं। कोई वाहन से तो कोई पैदल अपनी कांवड़ यात्रा को पूरा कर रहे है । लेकिन इस दौरान कच्ची काँवरिया पथ में कावरियों के भक्ति का अलग अलग रूप देखने को मिल रहा हैं। कुछ बच्चे पैदल बोल बम का नारा लागये चल रहे है, तो एक दिव्यांग काँवरिया की भक्ति भी देखने लायक है जो दिव्यांग होते हुए भी 105 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा को पैदल पूरा कर रहे हैं।

दिव्यांग होने के बावजूद ना उनके चेहरे पर कोई शिकायत है और ना ही कोई परेशानी । हम बात कर रहे है गया जिले अलीपुर के शंकर की,  जो दोनों हाथों से दिव्यांग होते हुए भी पैदल यात्रा कर बाबा बैधनाथ का जलाभिषेक करने जा रहे हैं। इसको लेकर शंकर बताते हैं कि वो सोलह वर्षो से सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर जलाभिषेक करने बाबाधाम जाते है।