जिम ट्रेनर और डॉक्टर की पत्नी के बीच 1100 कॉल, 5 गोली लगने के बाद भी 2.5KM स्कूटी चला PMCH पहुंचा विक्रम; डॉक्टर और पत्नी पर FIR
फेमस फिजियोथेरेपिस्ट डॉ और उनकी पत्नी के खिलाफ कदमकुआं थाना में FIR दर्ज हो गई है। इसमें अज्ञात अपराधियों को भी शामिल किया गया है। शनिवार की देर रात इसकी पुष्टि थानेदार ने की। पुलिस ने यह FIR गंभीर रूप से घायल जिम ट्रेनर विक्रम के बयान पर दर्ज किया है। कई घंटे की पूछताछ के बाद डॉक्टर और उनकी पत्नी को अभी छोड़ दिया गया है। थानेदार के अनुसार पूछताछ के लिए इन्हें फिर से थाना बुलाया जाएगा। इनके ऊपर जिम ट्रेनर विक्रम सिंह को गोली मरवाने का गंभीर आरोप लगा है।
दरअसल, शनिवार सुबह कदमकुआं के बुद्धमूर्ति के पास अपराधियों ने जिस जिम ट्रेनर विक्रम सिंह को 5 गोली मारी थी, उसने गंभीर रूप से घायल होने के बाद भी पुलिस को दिए अपने बयान में फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. राजीव कुमार सिंह और उनकी पत्नी खुशबू सिंह का नाम लिया। कदमकुआं थाना की पुलिस को दिए अपने बयान में विक्रम ने कहा है- 'डॉक्टर ने जान से मारने की धमकी दी थी। आज अपने घर से निकला तो रास्ते में खड़े दो अपराधियों ने दोनों तरफ से फायरिंग कर दी।'
बयान में राजीव और उनकी पत्नी का नाम सामने आते ही SSP उपेंद्र कुमार शर्मा के आदेश पर पाटलिपुत्रा थाना की पुलिस उनके घर पहुंच गई। इसके बाद कस्टडी में लेकर थाने ले आई। शुरुआती तौर पर दोनों से पूछताछ भी की गई है। डॉक्टर ने कई सवालों का जवाब सीधे तौर पर नहीं दिया।
राजधानी में जिस हिसाब से जिम ट्रेनर के ऊपर जानलेवा हमला हुआ है, उससे पटना पुलिस भी हैरान है। वारदात की पटकथा यह बयां करती है कि किसी भयानक विवाद की वजह से ही इस कांड को अंजाम दिया गया। विक्रम को मौत की घाट उतारने के लिए सुपारी किलर्स का सहारा लिया गया। जब पटना पुलिस की टीम ने इसकी पड़ताल शुरू की तो वजह बहुत चौंकाने वाली सामने आई।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, फिजियोथेरेपिस्ट की पत्नी खुशबू सिंह और जिम ट्रेनर के बीच बहुत अच्छी जान-पहचान थी। इस बात की जानकारी जब राजीव सिंह को हुई तो उन्होंने विक्रम को धमकी देना शुरू किया। इस वजह से विक्रम, खुशबू से दूरी बनाने लगा था।
CDR में खुशबू और विक्रम के बीच बातचीत के मिले सबूत
पटना पुलिस ने इस मामले की जांच करते हुए घायल जिम ट्रेनर का मोबाइल जब्त कर लिया है। इसके बाद पुलिस ने कॉल डिटेल्स को खंगाला। SSP उपेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार, खुशबू और विक्रम के बीच इस साल के जनवरी से लेकर अब तक 1100 बार बात हुई है। इन दोनों के बीच लेट नाइट में भी कॉल पर बात हुई है। अधिकांश कॉल 30 से 40 मिनट के हैं। शुरुआती जांच में पुलिस को इस बात के भी सबूत मिले हैं कि इस साल 18 अप्रैल को पहली बार डॉ. राजीव ने कॉल कर विक्रम से सीधे तौर पर बात की थी। उसी दरम्यान उन्होंने उसे जान से मारने की धमकी दी थी। पूछताछ के दौरान बार-बार डॉक्टर और उनकी पत्नी अपना बयान बदल रहे हैं।
घर के नीचे पहुंच कर रोने लगी थी खुशबू
घायल विक्रम का छोटा भाई भी जिम ट्रेनर है। उसने बताया कि खुशबू सिंह जबरन उसके भाई के पीछे पड़ी हुई थी। "जब भाई से उसकी बात नहीं हो रही थी तो वो एक बार तो घर के नीचे पहुंच गई। रोने लगी थी और काफी कुछ बोल रही थी। मुहल्ले के लोग भी देख रहे थे। वो हर हाल में भइया से बात करना चाहती थी। यह बात 3 से 4 महीने पहले की है। इसके बाद उसने एक बार रात के 12 बजे मुझे कॉल किया था। खुशबू सिंह की वजह से मेरे भइया को उसके पति डॉ. राजीव कुमार सिंह ने गोली मरवाई है"।
जब प्राइवेट हॉस्पिटल ने एडमिट नहीं किया तो खुद पहुंचे PMCH
26 साल के विक्रम का परिवार मूल रूप से बांका के हरपुर गांव का रहने वाला है। पिता हरे राम सिंह इंटीरियर डेकोरेटर हैं। दो भाई और एक बहन में विक्रम सबसे बड़ा है। पूरा परिवार लोहानीपुर के गौरैया स्थान के पास किराए के मकान में रहता है। सुबह 6 बजे के करीब विक्रम अपने घर से पटना मार्केट स्थित सिटी जिम जाने के लिए निकला था। वर्तमान में वह वहीं पर ट्रेनर है। इसके पहले वो कंकड़बाग और बोरिंग रोड के जिम में भी ट्रेनर रह चुका है।
बुद्ध मूर्ति के पास लोहा गली में जैसे ही वो पहुंचा, दोनों तरफ से खड़े अपराधियों ने उसे गोली मारी। दो गोली हाथ में, दो गोली पैर में और एक गोली कमर के पास लगने के बाद भी विक्रम ने हिम्मत नहीं हारी। वो खुद से स्कूटी चला सबसे पहले उस इलाके के एक बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल में गया। उसके शरीर से खून बह रहा था। बावजूद इसके उस बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल ने उसे एडमिट नहीं किया। इसके बाद वहां से करीब ढाई किलोमीटर स्कूटी चलाकर वो खुद PMCH पहुंचा। फिर वहीं से अपने पिता को कॉल कर गोली लगने की जानकारी दी। कमर के पास लगी गोली शरीर में फंसी हुई है। जबकि, बाकी गोली को ऑपरेशन कर डॉक्टरों ने निकाल दिया है।
पैदल भागते दिखे अपराधी
जिम ट्रेनर को गोली मारने का यह मामला राजधानी का हाई प्रोफाइल केस बन गया है। वारदात की जानकारी पुलिस को पब्लिक ने कॉल कर दी थी। इसके बाद कदमकुआं थाना की पुलिस पहुंची। फिर सिटी SP सेंट्रल अम्बरीश राहुल और दूसरे अधिकारी गए। जिस जगह पर अपराधियों ने गोली मारी, वहां पर वो बगैर गाड़ी के थे। क्योंकि, वारदात के बाद पुलिस ने इलाके में लगे CCTV कैमरे को खंगाला। जिससे पता चला कि गोली मारने के बाद दोनों अपराधी पैदल ही भागे। पुलिस को शक है कि अपराधियों ने वारदात स्थल से दूर कहीं पर अपनी गाड़ी खड़ी करके रखी होगी