भाजपा के एमएलसी टुन्ना पांडे के द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को परिस्थिति वश का मुख्यमंत्री करार दिए जाने के बाद , भाजपा से एमएलसी को निष्कासित किए जाने के फैसले को कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा ने दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए, लगे हाथ उन्हें महागठबंधन में शामिल होने का निमंत्रण भी दे डाला, इस दौरान कांग्रेस विधायक ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि ,ऐसा दोनों का चरित्र ही है ,जब कोई नेता आवाज उठाता है तो उसे दबाने के लिए उसे पार्टी से ही निकाल दिया जाता है, भागलपुर विधायक ने कहा कि यदि जनप्रतिनिधि कोरोना काल में आवाज नहीं उठाएगा तो लोगों का कैसे भला हो सकता है, अजीत शर्मा ने कहा कि वह लगातार मजबूती के साथ सरकार की नाकामियों को उजागर करने का प्रयास करते रहे हैं, आज भी उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बिहार में एक एकमो मशीन प्रत्येक अस्पताल में लगाए जाने की मांग की है, क्योंकि कोरोना संक्रमण के दौरान जिस तरह लोगों का फेफड़ा इससे प्रभावित हो रहा है ,यह मशीन कृत्रिम रूप से फेफडे का कार्य करती है ,और यह कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए संजीवनी का काम करने वाला मशीन है ,जो कि पूरे बिहार के किसी भी अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध नहीं है |