मुजफ्फरपुर: पद्मश्री सम्मानित 'किसान चाची' ने पेश की मिसाल, कई महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर
मुजफ्फरपुर के एक छोटे से गांव की रहने वाली पद्मश्री सम्मान से सम्मानित राजकुमारी देवी उर्फ किसान चाची. किसान चाची उन महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है जो खुद को अपने काम और मेहनत की बदौलत अपनी पहचान बनाना चाहती हैं.बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सरैया प्रखंड के एक छोटे से गांव आनंदपुर की रहने वाली किसान चाची ने जिले में ही नहीं बल्कि देश दुनिया में भी अपना नाम स्थापित किया है, जिसके चलते उन्हें महिलाओं को सही राह दिखाने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए चलाए जा रहे हैं अभियान को देखते हुए पद्मश्री सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है. बता दें कि किसान चाची को खेती की जानकारी नहीं थी, वह एक घरेलू महिला थी लेकिन वो कहा जाता है ना कि 'मान ले तो हार है और जो ठान ले तो जीत पक्की है' किसान चाची ने पूसा कृषि विद्यालय से कृषि की जानकारी ली और पपीता, मूली, गाजर, नींबू अपने खेतों में लगाकर बाजारों में बेचने की जगह उनका आचार बनाना शुरु कर दिया. इसके लिए उन्होंने घर के आसपास की घरेलू महिलाओं का सहारा लिया और धीरे-धीरे अपने आचार के व्यापार को बढ़ाती गईं.