पाकिस्तान में रची गई पहलगाम हमले की साजिश, जानबूझ कर हिंदुओं को निशाना बनाया गया; CWC

कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने  बताया कि सिडब्लूसी ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकवादी हमले पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए हमले की कड़ी निंदा की है। इस आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई और 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

पाकिस्तान में रची गई पहलगाम हमले की साजिश, जानबूझ कर हिंदुओं को निशाना बनाया गया; CWC

कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की गुरुवार को कड़ी निंदा करते हुए पीड़ित परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि आतंकवाद के खिलाफ पार्टी अपनी दृढ़ता को दोहराती है। पार्टी ने कहा, आतंकवादी हमले में हिंदू नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाया गया है और देश में भावनाएं भड़काने की सोची-समझी साजिश की रणनीति तैयार की गई है लेकिन कांग्रेस इस गंभीर उकसावे के बावजूद देश के नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील करती है।

कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने  बताया कि सिडब्लूसी ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकवादी हमले पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए हमले की कड़ी निंदा की है। इस आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई और 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सिडब्ल्यूसी ने शोक संतृप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी गहन पीड़ा की इस घड़ी में पीड़ितों के साथ एकजुटता से खड़ी है।

खेड़ा के अनुसार कार्य समिति ने प्रस्ताव में कहा, यह कायराना और सुनियोजित आतंकवादी हमला है, इसकी साजिश पाकिस्तान में रची गई, हमारे गणराज्य के मूल्यों पर सीधा हमला है। हिंदू नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाना, पूरे देश में भावनाएं भड़काने की एक सोची-समझी साजिश थी। हम इस गंभीर उकसावे के बावजूद शांति बनाए रखने की अपील करते हैं और संकट की इस घड़ी में हमारी सामूहिक शक्ति को दोहराते हैं। सिडब्ल्यूसी शांति की अपील करती है और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ता और एकता के साथ लड़ने के लिए कांग्रेस की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

खेड़ा ने  बताया कि कार्य समिति यह भी नोट करती है कि अमरनाथ यात्रा शीघ्र ही प्रारंभ होने वाली है। देशभर से लाखों श्रद्धालु इस वार्षिक यात्रा में भाग लेते हैं और उनकी सुरक्षा को राष्ट्रीय प्राथमिकता के रूप में देखा जाना चाहिए। इसके लिए ठोस पारदर्शी और सक्रिय सुरक्षा उपाय तुरंत लागू किए जाने चाहिए।