देश में कोरोना विस्फोट जारी, जानिए कहां कितने...
बिहार समेत पूरे देश में कोरोना का विस्फोटक प्रसार जारी है। पटना समेत देश के 20 बड़े शहरों में संक्रमण दर 20% से ज्यादा हो गई है। दिल्ली में संक्रमण दर 30% और कोलकाता में 60% हो गई है। बीते 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना के 2 लाख59 हजार से अधिक नए केस मिले हैं, जबकि 352 लोगों की मौत हो गई है। 21 मई के बाद पहली बार कोरोना संक्रमण के इतने मामले सामने आए हैं।वहीं बिहार में कुल 6393 नये संक्रमित मिले हैं, इसके बाद राज्य में सक्रिय मरीजों का आंकड़ा 30000 के पार हो गया है। बीते 24 घंटों में पूरे राज्य भर में 182377 सैंपल की कोरोना जांच की गई और संक्रमण दर 3.51 फ़ीसदी दर्ज की गई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पटना में सबसे अधिक 2275 नए कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की गई। 1 दिन पहले पटना में 2014 संक्रमित मरीज मिले थे । पिछले 24 घंटों में पटना में संक्रमित मरीजों में 13% की बढ़ोतरी हुई है। पूरे राज्य में कंटेनमेंट जोन की संख्या में भी 15 दिनों में 20 गुना की बढ़ोतरी हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्रदेश में कोरोना की पहली,दूसरी और तीसरी लहर के दौरान अब तक कुल 44083 कंटेनमेंट जोन बनाए जा चुके हैं। इस बीच नेताओं और मंत्रियों के कोरोना से संक्रमित होने का सिलसिला भी जारी है। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। उनके पीए समेत कई अन्य लोगों की जांच रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। पटना एम्स में कोरोना विस्फोट हो चुका है। तीसरी लहर में 5 जनवरी से लेकर अब तक अस्पताल के 607 स्वास्थ्य कर्मी और डॉक्टर संक्रमित हो चुके हैं। संक्रमित होने वालों में डॉक्टरों की संख्या 202 है वहीं 313 नर्सिंग स्टाफ संक्रमण की चपेट में आए हैं। वही पिछले एक पखवाड़े में एनएमसीएच में 306 डॉक्टर संक्रमित हुए हैं इनमें कई सीनियर और पीजी के डॉक्टर भी शामिल है इसके अलावा 75 स्वास्थ्य कर्मी की संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। पटना एम्स में भर्ती होने वाले संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।कल तक एम्स में कुल 64 मरीज भर्ती हो चुके थे। पीएमसीएच में भी 2 मरीज भर्ती किए गए हैं जबकि आईजीआईएमएस में एक मरीज एडमिट हुआ है। एनएमसीएच के कोरोना डेडीकेटेड सेंटर में पटना में रामकृष्ण नगर के रहने वाले 80 वर्षीय व्यक्ति की मौत इलाज के दौरान हो गई।कोरोना की तीसरी लहर में ये पांचवीं मौत है। इस बीच पटना में संक्रमण की रोकथाम के लिए जिलाधिकारी ने सभी अनुमंडल पदाधिकारियों और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को 3 दिनों तक सघन जांच अभियान चलाने का निर्देश दिया है। नियम का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई के तहत जुर्माना भी किया जाएगा। इसके लिए दुकान सब्जी मंडी और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में अभियान चलाने को कहा गया है। हालांकि प्रशासन की सख्ती के बावजूद कोरोना प्रोटोकाल के उल्लंघन का सिलसिला लगातार जारी है। एक तरफ सरकार विशेष अभियान चला रही है दूसरी ओर गाइडलाइन का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर लोग खुलेआम बिना मास्क के घूम रहे हैं। कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों का सख्ती से पालन कराने के लिए कारवाई शुरू कर दी गई है। राज्य में बगैर मास्क के सड़कों और बाजारों में घूम रहे 4835 व्यक्तियों को पकड़ कर जुर्माना वसूला गया। वही प्रतिबंधो के उल्लंघन को लेकर एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई।पुलिस मुख्यालय के अनुसार 13 जनवरी से विशेष अभियान शुरू किया गया है। बीते 24 घंटों में प्रतिबंधों के उल्लंघन को लेकर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई है। नियमों की अनदेखी करने पर 445 वाहन जब्त किए गए वहीं बिना मास्क के घूम रहे लोगों से जुर्माना वसूला गया। जुर्माने के तौर पर 241750 रूपये की राशि वसूली गई। इस बीच राज्य सरकार ने बिहार में एक सौ तीन निजी अस्पतालों को कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज की मंजूरी दी है। हालांकि अभी भी विभिन्न जिलों में 100 से अधिक आवेदन स्वीकृति के लिए लंबित हैं। इनमें सर्वाधिक पटना के ही विभिन्न निजी अस्पतालों के आवेदन शामिल हैं। अब तक पटना के 90 अस्पतालों को इलाज की स्वीकृति मिल चुकी है। संक्रमितों तक दवा और मेडिकल किट पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने जनप्रतिनिधियों की सहायता लेने का फैसला किया है। विशेष रूप से राज्य के ग्रामीण इलाकों में जनप्रतिनिधियों की अध्यक्षता वाली विशेष कमेटी ब लक्षण वाले संक्रमितोन को दवा की किट उपलब्ध कराएगी । इसका जिम्मा नवनिर्वाचित प्रखंड प्रमुखों को दिया गया है।