फिर बढ़ सकती है पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमतें
देश में पिछले कुछ महीनों से पेट्रोल और डीज़ल की क़ीमत में स्थिरता के एक बार फिर से क़ीमत बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चा तेल 85 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि यह 7 सालों में अपने उच्च स्तर पर है। विशेषज्ञों की मानें तो इसका असर देश में बहुत जल्द पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमतो पर हो सकता है।
आपको बता दें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हुई कई घटनाओं से कच्चे तेल की क़ीमत में तेज़ी आई है। जहां एक तरफ अमेरिका में आये तुफ़ान से वहां कच्चा तेल का उत्पादन प्रभावित हुआ है वहीं संयुक्त अरब अमीरात में सोमवार को एयरपोर्ट पर हुए ड्रोन हमले ने एक नये संकट को जन्म दे दिया, जिससे तेल उत्पादन प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। उधर चीन की अर्थव्यवस्था में तेज़ सुधार से तेल की मांग बढ़ सकती है, जिससे कच्चे तेल की क़ीमत में उछाल की आशंका है।
विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि इन घटनाओं का वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के उत्पादन और मांग पर असर पड़ेगा जिससे उसकी क़ीमतों में उछाल आना तय है।