सहेली बनी 'दारोगा' तो खुशी से झूम उठी लड़कियां 

सहेली बनी 'दारोगा' तो खुशी से झूम उठी लड़कियां 

सहेली बनी 'दारोगा' तो खुशी से झूम उठी लड़कियां 

रोहतास में इस बार दरोगा बहाली की रिजल्ट में लड़कों को पछाड़ बेटियों ने बाजी मार जिले का नाम रोशन किया है इसी कड़ी में डेहरी के पीपीसीएल कॉलोनी में सेना के रिटायर्ड जवान  अक्षय कुमार सिंह द्वारा चलाए जा रहे निशुल्क ट्रेनिंग सेंटर से दो लड़कियों ने दरोगा बहाली में सफलता हासिल कर एकेडमी का नाम रोशन किया है । ऐसे में जब दरोगा बनी श्यामली कुमारी अकैडमी में पहुंची तो उनके साथ ट्रेनिंग कर रही लड़कियों ने फूल- माला से लाद दिया साथ ही दरोगा बनी श्यामली कुमारी की आरती उतार स्वागत किया,

इस दौरान उन्हें फिजिकल अकैडमी के ट्रेनर अक्षय कुमार सिंह ने उन्हें सम्मानित भी किया इसके बाद एकेडमी की लड़कियों ने बड़े ही धूमधाम से उन्हें विदा किया वही विदाई के दौरान लड़कियां  खुशी की बीच सड़क पर ही पुश अप लगाने लगी 

दरअसल दरोगा बनी श्यामली ने बताया कि दरोगा बनने के लिए उन्होंने बहुत कड़ी मेहनत की है तभी वह यह मुकाम हासिल कर पाई इसके पीछे उनके ट्रेनर अक्षय कुमार सिंह का विशेष योगदान रहा, जिन्होंने फिजिकल की ट्रेनिंग दी साथ ही पहले तो उन्हें लगा कि वह दारोगा बन ही नहीं पाएंगे, लेकिन पति व परिवार का साथ मिलने के बाद उनकी मुश्किलें आसान हो गई और आज वह दरोगा के पद पर काबिज हैं

वही फिजिकल अकैडमी के ट्रेनर  अक्षय कुमार सिंह कहते हैं कि इस एकेडमी में दूरदराज से आए बच्चे और बच्चियों को निशुल्क ट्रेनिंग दी जाती है इस एकेडमी से पहले भी 30 से ज्यादा लड़कियां वह लड़के दरोगा में क्वालीफाई कर चुके हैं इस बार भी श्यामली और पूनम ने दारोगा बंन कर इलाके का नाम रोशन किया है उनकी चाहत है कि इलाके की लड़के और लड़कियां यहां आए और अपनी मंजिल को आसानी से पा सकते हैं इस दौरान अक्षय बड़े ही भावुक होकर कहते हैं कि वह गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं उनका मुख्य मकसद है कि इलाके बेटी बहू बेटियां उनसे ट्रेनिंग लेकर पुलिस व आर्मी की सेवा में जाएं और अपने देश का नाम रोशन करें