जानें 5 सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है टीचर्स डे, क्या है इसके पीछे का इतिहास

जानें 5 सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है टीचर्स डे, क्या है इसके पीछे का इतिहास

जानें 5 सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है टीचर्स डे, क्या है इसके पीछे का इतिहास

हर साल 5 सितंबर को भारत में शिक्षक दिवस Teachers’ Day के रूप में मनाया जाता है। यह गुरू के सम्मान में मनाया जाने वाला दिवस है। इस दिन को एक त्योहार की तरह ही सेलिब्रेट किया जाता है। शिक्षक दिवस को देश के प्रथम उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती का प्रतीक है। इस दिन स्कूलों में तरह-तरह के कार्यक्रम होते हैं। शिक्षक दिवस दुनिया के कई देशों में मनाया जाता है, जिसमें चीन से लेकर, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, अल्बानिया, इंडोनेशिया, ईरान, मलयेशिया, ब्राजील और पाकिस्तान तक शामिल हैं। हालांकि हर देश में इस दिवस को मनाने की तारीख अलग-अलग है।  हालांकि, इंटरनेशनल टीचर्स डे 05 अक्टूबर को सेलिब्रेट किया जाता है, जिसकी घोषणा साल 1994 को यूनेस्को ने की थी।

क्यों मनाया जाता है शिक्षक दिवस? 

पांच सितंबर को Teacher's  Day मनाने के पीछे एक कहानी है। कहा जाता है कि एक बार सर्वपल्ली राधाकृष्णन से उनके छात्रों ने उनके जन्मदिन का आयोजन करने के लिए पूछा। तब राधाकृष्णन ने उनसे कहा कि आप मेरा जन्मदिन मनाना चाहते हैं यह अच्छी बात है, लेकिन अगर आप इस खास दिन को शिक्षकों द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए योगदान और समर्पण को सम्मानित करते हुए मनाएं तो मुझे सबसे ज्यादा खुशी होगी। उनकी इसी इच्छा का सम्मान करते हुए हर साल पांच सितंबर को देशभर में शिक्षक दिवस मनाया जाता है।