कौन हैं RBI की नई डिप्टी गवर्नर पूनम गुप्ता? PM मोदी की टीम में कर चुकी हैं काम
डॉ. पूनम गुप्ता नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) की महानिदेशक थीं, जो आर्थिक विकास, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय वास्तुकला, केंद्रीय बैंकिंग, मैक्रो आर्थिक स्थिरता, सार्वजनिक ऋण और राज्य वित्त से संबंधित मुद्दों पर काम करती थीं। उन्होंने प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य और 16वें वित्त आयोग की सलाहकार परिषद के संयोजक के रूप में भी काम किया।

डॉ. पूनम गुप्ता ने भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर का पदभार संभाल लिया है। भारत सरकार ने 2 अप्रैल, 2025 को उन्हें पदभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष की अवधि या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, के लिए डिप्टी गवर्नर के पद पर नियुक्त किया था।
डिप्टी गवर्नर के रूप में, डॉ. पूनम गुप्ता मौद्रिक नीति विभाग, वित्तीय बाजार परिचालन विभाग, आर्थिक और नीति अनुसंधान विभाग, वित्तीय स्थिरता विभाग, अंतर्राष्ट्रीय विभाग, सांख्यिकी और सूचना प्रबंधन विभाग, कॉर्पोरेट रणनीति और बजट विभाग और संचार विभाग का कार्यभार संभालेंगी।
इस नियुक्ति से ठीक पहले, डॉ. पूनम गुप्ता नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) की महानिदेशक थीं, जो आर्थिक विकास, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय वास्तुकला, केंद्रीय बैंकिंग, मैक्रो आर्थिक स्थिरता, सार्वजनिक ऋण और राज्य वित्त से संबंधित मुद्दों पर काम करती थीं। उन्होंने प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य और 16वें वित्त आयोग की सलाहकार परिषद के संयोजक के रूप में भी काम किया। एनसीएईआर में शामिल होने से पहले डॉ. पूनम गुप्ता ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक में करीब दो दशकों तक वरिष्ठ पदों पर काम किया था।
डॉ. पूनम गुप्ता ने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड (यूएसए) में भी पढ़ाया और भारतीय सांख्यिकी संस्थान (आईएसआई), दिल्ली में विजिटिंग फैकल्टी के रूप में भी काम किया। वह नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस एंड पॉलिसी (एनआईपीएफपी) में आरबीआई चेयर प्रोफेसर और इंडियन काउंसिल फॉर रिसर्च ऑन इंटरनेशनल इकोनॉमिक रिलेशंस (आईसीआरआईईआर) में प्रोफेसर रही हैं।
डॉ. गुप्ता ने कई शोध पत्र प्रकाशित किए हैं और एक संपादित पुस्तक इमर्जिंग जायंट्स: चाइना एंड इंडिया इन द वर्ल्ड इकोनॉमी लिखी है। डॉ. पूनम गुप्ता ने यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड, अमेरिका से अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री और पीएचडी की है और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री की है।