छठ घाट पर आपसे पूछा जा सकता है सवाल, जाने से पहले जरूर कर लें ये काम
कोरोना संक्रमण थम जरूर गया है पर पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। छठ महापर्व के अवसर पर घाटों पर होने वाली भीड़भाड़ को देखते हुए प्रशासन संक्रमण से बचाव के लिए प्रचार-प्रसार करेगा। पुलिस और प्रशासन की कोशिश होगी कि वही श्रद्धालु घाट पर जाएं, जिन्होंने कोरोना से बचाव का एक टीका कम से कम ले लिया हो। पुलिस मुख्यालय ने जिलों को इस बाबत प्रचार-प्रसार करने को कहा है ताकि लोग जागरूक रहें।छठ पर्व के दौरान घाटों पर होनेवाली भीड़भाड़ के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पालन हो, इसके लिए पुलिस मुख्यालय ने सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का हवाला देते हुए इसका पालन सुनिश्चित करने को कहा है। साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए स्थानीय स्तर पर प्रशासन की तरफ से इस बात का प्रचार-प्रसार किया जाएगा कि कोरोना का कम से कम एक टीका ले चुके लोग ही घाट पर जाएं। इसके अलावा छठ घाट के रूट में तैनात दंडाधिकारी और पुलिस अफसर रैंडम रूप से लोगों से यह पूछेंगे कि कोरोना का टीका लगा है या नहीं?वर्ष 2020 में सारण के मांझी थाना अंतर्गत मुबारकपुर छठ घाट पर हर्ष फायरिंग की घटना को देखते हुए पुलिस इसपर विशेष तौर पर चौकस है। मुबारकपुर घाट पर हुई इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि 5-6 व्यक्ति घायल हो गए थे। पुलिस मुख्यालय ने इस घटना का हवाला देते हुए इस दफे हर्ष फायरिंग रोकने के लिए सभी छठ घाटों पर मुस्तैद रहने का आदेश दिया है।छठ घाटों पर पूर्व में कई अप्रिय घटनाएं हो चुकी हैं। वर्ष 2012 में अदालतगंज घाट और उससे पहले नारियल घाट पर हादसे हुए थे। वहीं 2020 में नदियों और तालाब के किनारे घाटों पर डूबने की 9 घटनाएं हुई। इसमें नालंदा, मुजफ्फरपुर, वैशाली, पूर्णिया, नवगछिया में 1-1 जबकि सहरसा और बेगूसराय में 2-2 घटनाएं हुईं थी।