बिहार के स्कूल कॉलेजों को खोलने की तैयारी, जानें कब से...
बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के बाद राज्य सरकार स्कूल कॉलेजों को खोलने की तैयारी कर रही है। आपदा प्रबंधन समूह की बैठक के बाद इस पर अंतिम फैसला किया जाएगा।
कोरोना की तीसरी लहर में बंद चल रहे बिहार के स्कूल कॉलेज एक बार फिर से गुलजार हो सकते हैं। जी हां कोरोना संक्रमितों की संख्या में कमी के बाद सरकार अब स्कूल कॉलेजों को खोलने की तैयारी कर रही है।राज्य में कोरोना के केस लगातार कम हो रहे हैं और ऐसे में ये अनुमान लगाया जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर का पिक आकर जा चुका है। संक्रमण का गिरता हुआ ग्राफ राहत देने वाला है। सरकार के साथ आम लोग भी अब तीसरी लहर के भय से उबर चुके हैं।
कोरोना के संक्रमण का आंकड़ा घटते ही प्राइवेट स्कूल एसेासिएशन, कोचिंग संस्थानों की ओर से मांग की जाने लगी कि शिक्षण संस्थान खोले जाएं। सरकार भी उनकी बात से सहमत होती दिख रही है तीसरी लहर के कमजोर पड़ते ही अगले सोमवार यानी सात फरवरी से राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों को खोला जा सकता है।
राज्य के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बिहार में स्कूलों को खोलने को लेकर बताया कि आगामी सात फरवरी से राज्य के सारे शिक्षण संस्थान पूरी क्षमता के साथ खोले जा सकते हैं।यानि 50 प्रतिशत का चक्कर नहीं रहेगा। एक साथ सभी छात्र क्लास में आएंगे और पढ़ेंगे। बिल्कुल पहले की तरह स्कूल, कॉलेज और कोचिंग की रौनक वापस आएगी। हालांकि शिक्षा मंत्री ने ये भी कहा कि स्कूलों को खोलने का अंतिम फैसला आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में लिया जाएगा।
मीडिया से बातचीत में विजय चौधरी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं। आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में अगर शिक्षा विभाग का प्रस्ताव मंजूर हो जाता है तो सात फरवरी से सभी शिक्षा संस्थानों को खोलने की अनुमति दे दी जाएगी।यदि शिक्षा विभाग के प्रस्ताव पर मुहर लग जाती है तो जल्द ही स्कूल कॉलेज गुलजार हो जाएंगे। लंबे समय से घर में ऑनलाइन पढ़ाई करने को मजबूर छात्र स्कूल जाने को बेकरार हैं, ऐसे में यदि सरकार स्कूल खोलने का फैसला लेती है तो ये उनके लिए किसी तोहफे से कम नहीं होगा ।