राजद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में क्या-क्या हुआ
राजद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज पटना के मौर्य होटल में आयोजित की गई। बैठक में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव उनके बड़े बेटे तेज प्रताप यादव बेटी मीसा भारती समेत पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता एक मंच पर मौजूद रहे। बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। साथ ही पार्टी के आगे की रणनीति पर चर्चा की गई।
पटना के पांच सितारा होटल मौर्या में सुबह से ही गहमागहमी थी। मौका था राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के आयोजन का।सुबह से ही पार्टी नेताओं का होटल आना शुरू हो गया। राजद सुप्रीमो लालू यादव, विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव और सांसद मीसा भारती के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, अब्दुल बारी सिद्दीकी, वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी, उदय नारायण चौधरी, जयप्रकाश नारायण यादव, श्याम रजक, सुनील सिंह समेत तमाम वरिष्ठ नेता और सदस्य बैठक में पहुंचे।
हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी कार्यकारिणी की बैठक में शामिल नहीं हुई। इस दौरान लालू यादव ने भाजपा और नीतीश पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने उत्तर प्रदेश चुनाव में एकजुट होकर भाजपा को हराने की अपील की। वहीं बिहार में शराबबंदी को पूरी तरह फेल बताकर नीतीश सरकार पर निशाना साधा।कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जाति जनगणना को लेकर समाजवादी चोला पहन लिया है। उन्होंने नीतीश कुमार पर टालमटोल का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब बिहार विधानसभा से दो बार प्रस्ताव पारित हो गया उसके बाद ऑल पार्टी मीटिंग बुलाने की क्या जरूरत है।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अगले सत्र 2022-25 के संगठनात्मक चुनाव सम्पन्न कराने के लिए उदय नारायण चौधरी को राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी और चित्तरंजन गगन को सहायक राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी बनाया गया। बैठक में पहुंचे वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभी लालू प्रसाद यादव है और नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होने में अभी समय लगेगा। अक्टूबर में यह फाइनल हो जाएगा कि कौन राष्ट्रीय अध्यक्ष होगा। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इस बात पर चिंता व्यक्त की गई कि देश में घृणा और द्वेष का माहौल बनाया जा रहा है। यह तय किया गया कि ऐसे तत्वों के विरुद्ध कारगर तरीके से लड़ाई जारी रहेगी। इसके साथ ही किसान आंदोलन, बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार पर भी चर्चा हुई। बैठक में फैसला किया गया कि आने वाले दिनों में संगठन का विस्तार 25 राज्यों से बढ़ाकर पूरे देश में किया जाएगा। वहीं 11 अक्टूबर को दिल्ली में राष्ट्रीय जनता दल का खुला अधिवेशन होगा जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन किया जाएगा।