बिहार में एक बार फिर से जहरीली शराब लोगों के मौत का कारण बनी है. मामला वैशाली जिला से जुड़ा है, जहां के राघोपुर दियारा इलाके में जहरीली शराब से एक साथ 5 लोगों को मौत हो गई. पांच लोगों की मौत हो जाने से कोहराम मच गया है, वहीं बिहार सरकार की शराबबंदी योजना की धज्जियां भी उड़ी हैं. पूरा मामला जुड़ावनपुर थाना क्षेत्र के चक सिंगार पंचायत के वार्ड नंबर 6 स्थित दलित बस्ती की है. दो लोग जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं.मामला प्रकाश में आने के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा है. यह मामला स्कूल परिसर में शराब और मछली-भात की पार्टी से जुड़ा है. बुधवार को दिन भर में 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि गुरुवार को पहले सुबह एनएमसीएच में इलाजरत दो लोगों की मौत हुई. दो अन्य लोग एनएमसीएच में इलाजरत हैं. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है और इसके विरोध में ग्रामीणों ने बुधवार को पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था. ग्रामीणों के मुताबिक इस इलाके में धड़ल्ले से देसी शराब का धंधा चल रहा है और शिकायत करने पर भी कार्रवाई नहीं होती है, जिसका नतीजा है कि 7 लोग जहरीली शराब से बीमार पड़े जिसमें से एक-एक कर 5 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. चक सिंगार गांव वार्ड नंबर 6 के दलित बस्ती निवासी ललिता देवी ने बताया कि इस इलाके में धड़ल्ले से शराब का धंधा चलता है और मना करने पर धंधेबाज द्वारा धमकी दी जाती है. पुलिस भी कोई करवाई नहीं करती.