Murshidabad violence: राज्यपाल ने ममता बनर्जी की अपील खारिज की, दंगा प्रभावित मुर्शिदाबाद के लिए रवाना
ममता बनर्जी ने कल राज्यपाल से दंगा प्रभावित मुर्शिदाबाद की यात्रा स्थगित करने का आग्रह करते हुए कहा था कि जिले में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है और प्रशासन लोगों का विश्वास बहाल करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है। उन्होंने कहा, मैं अनुरोध करूंगी कि स्थानीय लोगों के अलावा कोई भी अब मुर्शिदाबाद न जाए।

Murshidabad violence:पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस दंगा प्रभावित मुर्शिदाबाद की यात्रा स्थगित करने की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अपील खारिज करते हुए शुक्रवार को वहां के लिए रवाना हो गये। राजभवन के सूत्रों के अनुसार राज्यपाल आज मालदा के सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे और शनिवार को वहां से वह मुर्शिदाबाद के प्रभावित इलाकों समशेरगंज और धुइलियां का दौरा करेंगे।
उन्होंने बताया कि मुर्शिदाबाद से विस्थापित और पीड़ित महिलाओं के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार की दोपहर राज्यपाल से मुलाकात की और अपनी दुर्दशा बतायी। राज्यपाल ने उन्हें आश्वासन दिया है कि स्थिति सामान्य होने के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं।
इससे पहले ममता बनर्जी ने कल राज्यपाल से दंगा प्रभावित मुर्शिदाबाद की यात्रा स्थगित करने का आग्रह करते हुए कहा था कि जिले में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है और प्रशासन लोगों का विश्वास बहाल करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है। उन्होंने कहा, मैं अनुरोध करूंगी कि स्थानीय लोगों के अलावा कोई भी अब मुर्शिदाबाद न जाए। शांति धीरे-धीरे लौट रही है और इस स्थिति में हमें प्रशासन की मदद करनी चाहिए, ताकि वे अपना विश्वास बहाली का काम जारी रख सकें। मैं माननीय राज्यपाल से कुछ दिन और प्रतीक्षा करने की अपील करूंगी। हमारा महिला आयोग भी जाना चाहता था, लेकिन मैंने उन्हें रोक दिया। मैं भी नहीं जा रही हूं। उन्होंने कहा कि वह मुर्शिदाबाद में स्थिति सामान्य होने के बाद ही वहां जायेंगी।
सहायक पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) सुप्रतिम सरकार ने संवाददाताओं को बताया कि मुर्शिदाबाद के विभिन्न इलाकों में अशांति के शुरुआती संकेतों का पता लगाने में कोई खुफिया चूक हुई है या नहीं, इसका आकलन किया जायेगा। हिंसा के सिलसिले में कुल 60 प्राथमिकी दर्ज की गयी हैं और गिरफ्तारियों की संख्या बढ़कर 274 हो गयी है। पुलिस हिंसा से विस्थापित लोगों के पुनर्वास को भी प्राथमिकता दे रही है और अब तक 75 लोगों को उनके घर वापस भेजने में मदद की है।