विकसित शहरों से ही निखरेगा भारत, जेवर एयरपोर्ट पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास को देगा एक नया आयाम

विकसित शहरों से ही निखरेगा भारत, जेवर एयरपोर्ट पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास को देगा एक नया आयाम

 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गौतमबुद्ध नगर के जेवर में देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट की आधारशिला रखने जा रहे हैं। यह एयरपोर्ट नोएडा ही नहीं, अपितु समूचे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास को एक नया आयाम देगा। इससे नोएडा के ग्लोबल एक्सपोजर में भी सहायता मिलेगी। तरक्की की ऊंची उड़ान का यह पड़ाव इस बात का प्रमाण है कि भले ही विकसित देशों में शहरीकरण ढलान की ओर हो, लेकिन विकासशील देशों में अभी भी शहर विकास के इंजन बने हुए हैं। इसीलिए इन देशों में उद्देश्य विशेष के लिए शहर बसाए जा रहे हैं। आंध्र प्रदेश में अमरावती और गुजरात में गांधीनगर के पास गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक सिटी (गिफ्ट) इसके बड़े उदाहरण हैं। शहर केंद्रित विकास की यह प्रवृत्ति दक्षिण कोरिया, वियतनाम और मेक्सिको जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाओं में हावी है।चीन ने तो पिछले तीन दशकों में 19 छोटे शहरों को बड़े शहरों में बदल डाला। दरअसल एक क्षेत्र विशेष में औद्योगिक प्रतिष्ठानों और जनसंख्या के एकत्रीकरण से निर्मित विशालकाय बाजार में न सिर्फ परिवहन सुगम होता है, बल्कि व्यापारिक लागत भी कम आती है। दूसरे शब्दों में कहें तो यह विशालकाय बाजार विकास के इंजन की भांति काम करता है। महानगरों की मांग और वहां बढ़ती भीड़ ने आसपास के इलाकों की तस्वीर बदल दी है। नोएडा इसका सटीक उदाहरण है। उत्तर प्रदेश सरकार ने 1976 में 36 गांवों को जिस नवीन ओखला औद्योगिक विकास क्षेत्र यानी नोएडा के रूप में स्थापित किया था, वही आज ग्लोबल सिटी बनने की ओर अग्रसर है।