केंद्र सरकार के BSF का अधिकार क्षेत्र 50 किलोमीटर बढ़ाने के फैसले पर बुद्धिजीवियों की राजनीति

केंद्र सरकार के BSF का अधिकार क्षेत्र 50 किलोमीटर बढ़ाने के फैसले पर बुद्धिजीवियों की राजनीति

पद्मश्री समेत कई राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त फिल्म निर्देशक व अभिनेत्री अपर्णा सेन ने पिछले सोमवार को कोलकाता प्रेस क्लब में आयोजित एक कार्यक्रम में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को ‘दुष्कर्मी’ और ‘हत्यारा’ बता दिया। उन्होंने ये बातें केंद्र सरकार के बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र 50 किलोमीटर बढ़ाने के फैसले को लेकर कही है। उनके इस बयान को लेकर भाजपा नेता काफी आक्रामक हैं। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘वे देशद्रोही हैं, देश के पक्ष में जो कुछ भी है, वे उसका विरोध करती हैं। चाहे भारतीय परंपरा हो या हिंदुत्व। ये वही लोग हैं, जो देश से शोहरत, दौलत कमाते हैं।’सवाल यह उठ रहा है कि आखिर अपर्णा सेन ने सीमा सुरक्षा बल के जवानों के खिलाफ ऐसा बयान क्यों दिया? सीमा सुरक्षा बल के जवान रात-दिन एक कर सीमा की रक्षा करते हैं, तो हमलोग चैन से रात में सो पाते हैं, फिर उनके खिलाफ ऐसा बयान! आम तौर पर भारत के केंद्रीय बलों व सेना के खिलाफ इस तरह की बातें पाकिस्तानी, जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी और भारत विरोधी तत्वों के मुंह से सुनने को मिलती हैं। ऐसा नहीं है कि अपर्णा सेन ने यूं ही यह बयान दिया है। उनकी बातों के निहितार्थ को समङों तो पता चलेगा कि इसकी जद में राजनीति छिपी है। यह बयान किसे लाभ और किसे नुकसान पहुंचाने के लिए दिया गया है, यह समझा जा सकता है।