कोविड शव को ना एम्बुलेंस मिला, ना ही घर वालों ने दाह संस्कार किया।

20 घंटो तक कोविड शव पड़ा रहा.. न एम्बुलेंस मिला न घर वालो ने किया दाह संस्कार.. बाद में एक डॉक्टर और मुखिए ने मिलकर शव को घर से घाट तक कंधे पर पहुचाया... मामला वैशाली जिले के का है, जहां मानवता शर्मसार हुई।
 एंबुलेंस के अभाव में महनार चिकित्सा प्रभारी खुद कोरोना मरीज का शव कंधों लेकर पहुंचे शमशान घाट, मरणोपरांत कोई भी शव को छूने के लिए नही था कोई भी तैयार, घर वालों ने भी मुह मोड़ लिया था.. मजबूरन महनार चिकित्सा प्रभारी मनोरंजन सिंह और स्थानीय मुखिया मुकेश सिंह PPE किट पहनकर शव को अंतिम संस्कार के लिए कंधों पर ले गए श्मशान घाट.. महनार प्रखंड के हसनपुर दक्षिणी पंचायत निवासी राम उदगार सिंह की इलाज के दौरान बीते कल ही हुई थी मौत.. लगभग 20 घंटे बीत जाने पर भी अंतिम संस्कार नहीं होने पर चिकित्सा प्रभारी खुद पहुंचे शव का अंतिम संस्कार करने। शव के लिए एम्बुलेंस के मुद्दे पर सीएस अजीबोगरीब सफाई दी है... वही पप्पू यादव ने सरकार को आड़े हाथों लिया है।