वानखेड़े की पत्नी की CM उद्धव को चिट्ठी:एक्ट्रेस ने कहा- एक मराठी महिला की गरिमा से खिलवाड़ हो रहा, बाला साहेब को यह मंजूर नहीं होता
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक और NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के बीच जुबानी जंग जारी है। इस बीच, वानखड़े की पत्नी और एक्ट्रेस क्रांति रेडकर ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखी है। इसमें क्रांति ने मराठी अस्मिता का मुद्दा उठाते हुए कहा है कि शिवसेना के राज में एक महिला की गरिमा से खिलवाड़ हो रहा है, उसके साथ मजाक हो रहा है। आज बाला साहेब ठाकरे होते तो निश्चित ही ये उन्हें मंजूर नहीं होता। क्रांति ने इस मुद्दे पर उद्धव से मिलने के लिए समय मांगा है। हालांकि CMO की ओर से उन्हें अभी समय नहीं मिला है।
क्रांति की चिट्ठी की अहम बातें
- माननीय उद्धव जी, मराठी आदमी के न्याय हक के लिए लड़ने वाली शिवसेना को बचपन से देखते हुए मैं एक मराठी लड़की बड़ी हुई। बाला साहेब ठाकरे और छत्रपति शिवाजी से सीखा कि किसी पर अन्याय करो मत, खुद पर अन्याय सहो मत। उसी के मद्देनजर आज मैं अकेले मेरे निजी जीवन पर हमला करने वाले लोगों के खिलाफ मजबूती से खड़ी हूं और लड़ रही हूं।
- सोशल मीडिया पर मौजूद लोग सिर्फ मजा देख रहे हैं। मैं एक कलाकार हूं, राजनीति नहीं समझती और मुझे उसमें पड़ना भी नहीं है, हमारा कुछ भी संबंध न होते हुए रोज सुबह हमारी इज्जत उतारी जाती है।
- शिवसेना के राज में एक महिला की गरिमा के साथ खिलवाड़ हो रहा है, मजाक हो रहा है। आज बाला साहेब ठाकरे होते तो निश्चित ही ये उन्हें मंजूर नहीं होता।
- एक महिला और उसके परिवार पर निजी हमले...ये कितने निचले स्तर की राजनीति है। ये उनके विचारों से रोजाना हम तक पहुंच रही है।
- आज वो (बाला साहेब) नहीं हैं, पर आप हैं, उनकी परछाईं हम आपमें देखते हैं। आप हमारा नेतृत्व कर रहे हैं और मुझे आप पर पूरा विश्वास है कि आप कभी मुझ पर और मेरे परिवार पर अन्याय नहीं होने देंगे।
- पूरा विश्वास है इसलिए एक मराठी होने के नाते आज आपकी तरफ अपेक्षा से देख रही हूं। आपसे विनती है कि न्याय करें।