परिवार के साथ कोलकाता भागा PK:सॉल्वर गैंग के सरगना की तलाश में यूपी पुलिस का पटना और छपरा में छापा, पहली बार हाथ लगी सरगना की फोटो, पटना में खुद को बताता था डॉक्टर

परिवार के साथ कोलकाता भागा PK:सॉल्वर गैंग के सरगना की तलाश में यूपी पुलिस का पटना और छपरा में छापा, पहली बार हाथ लगी सरगना की फोटो, पटना में खुद को बताता था डॉक्टर

NEET परीक्षा में धांधली के प्रयास में लगे सॉल्वर गैंग के सरगना PK उर्फ नीलेश सिंह की तलाश में वाराणसी पुलिस ने आज पटना और छपरा में छापा मारा। PK के करीबियों से पूछताछ में पता लगा कि वह परिवार के साथ कोलकाता की ओर भागा है। उसने अपने सारे मोबाइल भी बंद कर रखे हैं। हालांकि, दबिश के दौरान PK की तस्वीर पहली बार पुलिस के हाथ लगी है।पटना के पाटलिपुत्र में चार मंजिला आलीशान मकान बनवा रखा है। महंगी गाड़ियों का शौकीन PK अपनी कॉलोनी के लोगों को खुद को डॉक्टर बताता था। हालांकि, कॉलोनी के किसी भी व्यक्ति को यह नहीं पता कि पटना में उसका नर्सिंग होम कहां है। पुलिस ने दबिश दी तो PK की असलियत जानकार उसकी कॉलोनी के लोग सन्न रह गए। वहीं, बिहार के छपरा जिले के सेंधवा गांव स्थित PK के घर पुलिस गई तो पता लगा कि वहां उसने अपने करीबियों को खुद को बिजनेसमैन बता रखा है।वाराणसी पुलिस द्वारा शनिवार को गिरफ्तार किए गए सॉल्वर गैंग के सदस्य विकास कुमार महतो और राजू कुमार ने चौंकाने वाली जानकारी दी थी। दोनों ने बताया था कि उनका गिरोह अभ्यर्थियों के मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र और एडमिट कार्ड मंगवाने के लिए हमेशा एयर कूरियर सर्विस का इस्तेमाल करता था। इससे फायदा यह होता था कि कूरियर कंपनी का डिलीवरी ब्वॉय कभी उनके ठिकाने तक नहीं आ पाता था। जब भी कूरियर आता था वह एयरपोर्ट जाकर उसे खुद ही लेते थे।इसके अलावा सभी सदस्य फर्जी आईडी पर लिए गए सिम कार्ड का उपयोग करते थे। एक सिम का एक हफ्ते से ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया जाता था। बातचीत के लिए व्हाट्स ऐप मैसेज और कॉल का सहारा लिया जाता था।