दोनों युवराजों को बैलेंस करने में डूब रही है राजद की लुटिया, भाजपा नेता राजीव रंजन ने...
राजद कार्यकारिणी की बैठक में तेजस्वी यादव को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनाए जाने के फैसले पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। दरअसल पहले ये कयास लगाए जा रहे थे कि इस कार्यकारिणी की बैठक में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को राजद की कमान सौंपने फैसला किया जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ इसको लेकर भाजपा ने तंज कसा है।
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने तेजस्वी की ताजपोशी ना होने पर कहा कि दोनों युवराजों को बैलेंस करने के चक्कर में राजद की लुटिया डूब रही है। उन्होंने कहा कि राजद की बैठक में तेजस्वी के भाषण के दौरान तेजप्रताप यादव का मंच छोड़ कर उठ जाना, राजद में छिड़े गृहयुद्ध का जीता जागता प्रमाण है। राजीव रंजन यहीं नहीं रुके उन्होंने लगे हाथ यह भी कह डाला कि दोनों युवराज कभी भी खेला कर सकते हैं,इसीलिए तेजस्वी की ताजपोशी को फिलहाल टाल दिया गया है। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव भली-भांति जानते हैं कि यदि अभी तेजस्वी की ताजपोशी कर दी जाती तो निश्चय ही कार्यकर्ताओं की बगावत खुल कर सामने आ जाती।
भाजपा नेता ने पार्टी पर प्रहार करते हुए कहा कि राजद के दोनों युवराज अपना अपना खेमा बनाए हुए हैं। लगे हाथ राजनीति करते हुए उन्होंने तेज प्रताप को पुचकारने के अंदाज में ये भी कह दिया कि उनकी सादगी और बात करने के अंदाज के कारण लोग उनमें लालू जी की छवि को देखते हैं। दूसरी तरफ तेजस्वी अक्सर गायब हो जाते हैं, इसीलिए राजद कार्यकर्ताओं और समर्थकों एक बड़ा तबका तेज प्रताप के हाथों में पार्टी की कमान देना चाहता है।
बहरहाल भाजपा को राजद पर प्रहार करने का जो मौका मिला है उसका कारण खुद राजद में चल रही खींचतान है। तेजस्वी और तेजप्रताप के बीच की अनबन किसी से छुपी हुई नहीं है। राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में तेजस्वी के भाषण के दौरान अचानक से तेज प्रताप का गायब हो जाना लोगों को बात बनाने का एक और मौका दे गया। विरोधी दल भला कहां चूकने वाले थे उन्होंने भी लगे हाथ मौका भुनाते हुए आरजेडी पर प्रहार कर डाला।