अफगानिस्तान में तालिबान शासन के समर्थन और विरोध का सिलसिला भारत में लगातार जारी है. फिल्म अभिनेता नसीरूद्दीन शाह ने भारतीय मुसलमानों के एक वर्ग की आलोचना की और इसे काफी खतरनाक बताया. वहीं, सियासत में इसको लेकर बहस लगातार हो रही है. बिहार में भी ‘तालिबान पर सियासी तकरार’ शुरू हो गई है. दरअसल यह तब शुरू हुआ जब राजद के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की तुलना तालिबान से कर दी. इसके बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता व राज्य सभा सांसद सुशील कुमाार मोदी ने पलटवार करते हुए बिहार में लालू-राबड़ी के 15 वर्षों के शासनकाल की तुलना तालिबानी शासन से कर दी है.सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, ”लालू प्रसाद ने अपने दौर में बिहार को आज के अफगानिस्तान जैसा ही बना दिया था. लालू के जेल जाने पर उनकी ‘खड़ाऊँ सरकार’ चलाने वाले जगदानंद को राजद में छिपा तालिबान क्यों नहीं दिखा? लालू-राबड़ी के कुशासन में बंदूक के बल प अपहरण उद्योग चला, 100 से ज्यादा नरसंहार हुए और महिलाएं घर से निकलने में डरती थीं. शिक्षा चौपट थी. विकास ठप था.सुशील मोदी यहां ही नहीं रुके उन्होंने जगदानंद सिंह पर हमला करते हुए कहा कि राजद के छोटे राजकुमार की इच्छा के मुताबिक काम करने और बड़े राजकुमार से लगातार अपमानित होने के दबाव में जगदानंद मानसिक संतुलन खो रहे हैं, इसलिए वह हिंसा में विश्वास करने वाले बर्बर तालिबानियों की तुलना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से कर रहे हैं.