बिहार के व्यवसायी की झारखंड में हत्या, रक्षक ही निकला भक्षक
पलामू. बिहार के व्यवसायी और उनके साथी को अगवा करने के मामले में झारखंड पुलिस ने बड़ा खुलासा करने का दावा किया है. पुलिस ने बताया कि पलामू की कंडा घाटी से अगवा व्यवसायी मिथिलेश प्रसाद और उनके ड्राइवर श्रवण प्रजापति की हत्या कर दी गई है. पुलिस ने सोमवार को दोनों के कंकाल बरामद किए. मिथिलेश बिहार के औरंगाबाद के रहने वाले थे. इस मामले में देवघर पुलिस के एक सिपाही और उसके चार गुर्गों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से 4 राइफल और 80 गोलियां भी बरामद की गई हैं. अपहरण और हत्याकांड में पुलिस की संलिप्तता सामने आने से पुलिस महकमे के साथ ही आमलोग भी सकते में हैं कि रक्षक ही भक्षक कैसे बन सकता है.इस मामले का मास्टरमाइंड झारखंड का पुलिस जवान प्रेमनाथ यादव निकला, जो देवघर में पदस्थापित था. पुलिस ने इस मामले जवान प्रेमनाथ सहित चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गत 25 मई को बिहार के औरंगाबाद के व्यवसायी मिथिलेश प्रसाद और उनके ड्राइवर श्रवण प्रजापति का अपहरण कर हत्या करने के बाद अपराधियों ने 10 लाख रुपये कह फिरौती ली और उसके बाद परिजनों से संपर्क बंद कर दिया. इस मामले ने पुलिस ने SIT का गठन किया था. टीम ने घटना के लगभग तीन माह बाद गढवा जिला के रमकंडा से दो नरकंकाल बरामद किया था.