जल संचय और ग्राउंड वॉटर लेवल बरकरार रखने के लिए सरकार ने बनाई पॉलिसी

जल संचय और ग्राउंड वॉटर लेवल बरकरार रखने के लिए सरकार ने बनाई पॉलिसी

वर्ष 2018 में बिहार  के कई जिलों के प्रखंडों में वॉटर लेवल  की स्थिति खराब होने से हाहाकार मच गया था. लेकिन बीते दो वर्षों से राज्य के कई जिले बाढ़ से प्रभावित रहे हैं जिससे यहां वॉटर लेवल बना हुआ है. पंचायती राज विभाग और Phed विभाग ने जल संचय और वॉटर लेवल को बरकरार रखने को लेकर पॉलिसी बनाई है ताकि वॉटर लेवल का संतुलन ना बिगड़े.पंचायती राज विभाग के द्वारा गांवों में नल, जल का काम करवाया जा रहा है. नल-जल के साथ-साथ वॉटर लेवल बरकरार के लिए इस साल के अंत तक कार्य किया जाएगा. साथ ही जिस जिले में आर्सेनिक युक्त पानी पीने को लोग मजबूर हैं वहां शुद्ध पानी पहुंचाने के लिए तैयारी पूरी कर ली गयी है. यही नहीं, गंगा के जल को पाइप के द्वारा उस गांव में पहुंचाने को लेकर भी कार्य योजना बनायी गयी है.मंत्री सम्राट चौधरी का कहना है कि जिस तरह से ग्राउंड वॉटर दिन-प्रतिदिन कम होते जा रहा है इसको लेकर विभाग की योजना बनाई जा रही है. यहां जल, जीवन, हरियाली मिशन और नल-जल योजना के साथ तालाब और पोखरों को भी दुरुस्त किया गया है. उन्होंने कहा कि दो से तीन वर्ष में विभाग की पूरी योजना तैयार कर ली जाएगी.