लालू-जगदानंद को नीरज कुमार ने याद दिलाया राजद का संविधान, कहा- हिम्मत है तो तेज पर एक्शन लें राजद अध्यक्ष
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के दल और खुद के घर में भारी बवाल है. बड़े बेटे तेजप्रताप ने बगावत कर दिया है. तेजप्रताप ने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और छोटे बेटे व राजद का सीएम चेहरा बने तेजस्वी यादव के सलाहकार पर सीधा हमला बोला है. तेजप्रताप के बयानों से क्षुब्ध चल रहे जगदानंद सिंह को मनाने के लिए लालू और तेजस्वी ने काफी प्रयास किया तब जाकर बात बनी और वे वापस हुए. हालांकि जगदानंद इसी शर्त पर वापस हुए कि वे अब तेजप्रताप को बर्दाश्त नहीं करेंगे. इसका प्रमाण बुधवार को उस समय मिल गया जब जगदानंद सिंह ने तेजप्रताप के खासमखास छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव को हटा दिया. इस कार्रवाई से बौखलाए तेजप्रताप ने प्रदेश अध्यक्ष की कार्रवाई को ही संविधान विरोधी बता दिया. बुधवार को बारी जगदानंद सिंह की थी. जगदानंद सिंह ने साफ कह दिया कि वो तेजप्रताप को नहीं जानते. उन्होंने इतना तक कह दिया क- हू इज तेजप्रताप?ऐसे में राजद में मचे घमासान पर सत्ताधारी जेडीयू-बीजेपी को बोलने का मौका मिल गया है. पूर्व मंत्री व जेडीयू विधान पार्षद नीरज कुमार ने राजद के संविधान में वर्णित बातों के बहाने लालू प्रसाद को घेरा है. JDU के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने राजद के संविधान को पढ़कर लालू यादव से सवाल पूछा है. जेडीयू नेता ने पूछा कि लालू यादव के लिए पार्टी का संविधान कोई मायने रखता है या उनके लिए पुत्र मोह अधिक महत्व रखता है?विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि तेजप्रताप जहां संविधान पढ़ने की बात कर रहे वहीं जगदानंद सिंह संविधान की दुहाई दे रहे हैं. गेंद तो राष्ट्रीय अध्यक्ष के पाले में हैं. राजद के संविधान की धारा 25-ए में राष्ट्रीय अध्यक्ष को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छात्र राजद व युवा राजद का सचिव नियुक्त करने का अधिकार है.