विधानसभा चुनाव से पहले ही विपक्षी एकता में दरार, टीएमसी-कांग्रेस में लगी किसानों की जीत का श्रेय लेने की होड़

विधानसभा चुनाव से पहले ही विपक्षी एकता में दरार, टीएमसी-कांग्रेस में लगी किसानों की जीत का श्रेय लेने की होड़

 एक तरफ जहां पांच राज्‍यों की विधानसभा के चुनाव नजदीक आ गए हैं वहीं दूसरी तरफ विपक्षी एकजुटता में दरार पड़ती दिखाई दे रही है। जिन राज्‍यों में चुनाव होने हैं उनमें उत्‍तर प्रदेश, पंजाब और गोवा बेहद खास हैं। विपक्षी ताकत की बात करें तो किसानों के मुद्दे पर भी सभी विपक्षी पार्टियां एक दूसरे के साथ आने में हिचकती रहीं। ऐसे में अब कांग्रेस और टीएमसी में पड़ी दरार से इस ताकत के और बिखरने की आशंका बढ़ गई है। कांग्रेस और टीएमसी में आई कड़वाहट की सबसे बड़ी वजह कृषि कानूनों के खिलाफ चलने वाले आंदोलन का श्रेय है।दरअसल, कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया है कि उन्‍होंने किसानों का आंदोलन चलाया और अंत में जीत हासिल की, लेकिन अब इसका श्रेय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ले रही है। उन्‍होंने कहा कि उसका ये दावा पूरी तरह से निराधार है। चौधरी का यहां तक कहना है कि उनके कार्यकर्ताओं ने देशभर में कानूनों के हक की आवाज उठाई और उनके समर्थन में खड़े रहे। वहीं टीएमसी की मुखिया ममता बनर्जी किसानों के समर्थन में कभी जंतर-मंतर तक नहीं गईं। फिर भी वो इसकी जीत का श्रेय लेना चाह रह हैं।