बिहार में वायरल फीवर का कहर जारी, बच्चों के इन अंगों पर कर रहा अटैक, अस्पतालों में फुल हो रहे हैं बच्चों के वार्ड
बदलते मौसम में बच्चों को अपना शिकार बना रहा वायरल बुखार न केवल चिकित्सकों के लिए रहस्यमय बना हुआ है, बल्कि इसके शिकार बच्चों के कई अंगों पर अटैक भी कर रहा है। बीमार बच्चों के हृदय, लीवर, फेफड़े और किडनी जैसे अंग प्रभावित हो रहे हैं। यहां तक कि बीमार बच्चों में मल्टी सिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिंड्रोम (एमएसआईएस) जैसे लक्षण मिल रहे हैं जो कि अबतक पोस्ट कोविड के मरीजों में मिल रहे थे।मुश्किल यह है कि वायरल फीवर के बीमार बच्चे कोरोना जांच में भी निगेटिव पाये जा रहे हैं। लक्षणों में पहली नजर में यह वायरल फीवर ही लग रहा है, लेकिन सामान्य वायरल की तुलना में बच्चों को बुखार लंबे समय तक सता रहा है, ऐसे में न केवल मरीजों को अस्पताल में रहना पड़ रहा है, बल्कि तीमारदारों और डॉक्टरों की परेशानियां भी बढ़ गयी हैं।भागलपुर में इस रहस्यमय बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। मायागंज अस्पताल में बच्चों के वार्ड में बेड फुल हो रहे हैं। ओपीडी में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सिर्फ मायागंज अस्पताल के पीकू वार्ड में ही 25 बेड खाली हैं। यहां ओपीडी में बड़ी संख्या में बच्चे पहुंच रहे हैं। मायागंज अस्पताल के आंकड़े बता रहे हैं कि ओपीडी में आने वाले मरीजों में 50 फीसदी बच्चे बुखार से पीड़ित