महात्मा गांधी का रोल बहुत से एक्टर ने पर्दे पर निभाया, लेकिन बेन किंग्सले शानदार एक्टिंग ने दिलाया था ऑस्कर, आज भी उनके रोल के लिए याद किया जाता है... 

महात्मा गांधी का रोल बहुत से एक्टर ने पर्दे पर निभाया,  लेकिन बेन किंग्सले शानदार एक्टिंग ने दिलाया था ऑस्कर,  आज भी उनके रोल के लिए याद किया जाता है... 

महात्मा गांधी का रोल बहुत से एक्टर ने पर्दे पर निभाया,

लेकिन बेन किंग्सले शानदार एक्टिंग ने दिलाया था ऑस्कर,

आज भी उनके रोल के लिए याद किया जाता है... 


1869 में जन्मे मोहनदास करमचंद गांधी, महात्मा गांधी को यह उपनाम रवींद्र नाथ टैगोर ने दिया था. वह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी व्यक्ति थे, जिन्होंने अहिंसक विरोध के सिद्धांत की वकालत की और तीन दशकों से अधिक समय तक स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया. फिल्म के लिए सर बेन किंग्सले ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का ऑस्कर अवॉर्ड जीता. इस अवॉर्ड के साथ इस फिल्म ने  आठ और ऑस्कर जीते. एक पुराने इंटरव्यू में डायरेक्टर रिचर्ड एटनबरो ने बेन के महात्मा गांधी के साथ शारीरिक समानता पर बात की. उन्होंने कहा, 'शारीरिक समानता एक पूर्वापेक्षा थी' उन्होंने कहा, 'मेरे मन में पांच साल तक बेन किंग्सले थे,

बीते समय में कई एक्टर्स ने महात्मा गांधी का रोल पर्दे पर निभाया है. इनमें से कुछ एक्टर्स को सम्मानित भी किया गया है. फिर भी, देश के राष्ट्रपिता का रोल जो सर बेन किंग्सले ने निभाया था उसे आज भी याद किया जाता है. बेन किंग्सले इस रोल में इतना जमे कि उन्हें आज भी उनके गांधी स्वरूप के लिए याद किया जाता है. यहां तक ​​कि जब सर बेन गांधी की शूटिंग कर रहे थे, तब भी स्थानीय लोग उनके लुक से इतने भ्रमित थे कि कई लोगों को लगा कि वह महात्मा गांधी का भूत हैं.

रिचर्ड एटनबरो द्वारा निर्देशित फिल्म 'गांधी' साल 1982 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म में रोहिणी हट्टंगडी, रोशन सेठ, एलिक पदमसी और सईद जाफरी ने भी अपनी एक्टिंग का जादू दिखाया था, जब से मैंने उन्हें पहली बार देखा था, तभी से वो मेरे दिमाग में महात्मा गांधी के रोल में फिट हो गए'.

फिल्म के डायरेक्टर ने खुलासा किया कि जब वे पूरे भारत में शूटिंग करते थे, तो स्थानीय लोग अक्सर शूटिंग देखने के लिए इकट्ठा होते थे और उनमें से कई लोग सर बेन को देखकर डरते थे, क्योंकि उन्हें लगा कि वह गांधी का भूत है. आपको बता दें, अपने रोल को बेहतर बनाने के लिए बेन किंग्स्ले ने न केवल गांधी के तौर-तरीकों और चाल को अपनाने के लिए फुटेज का अध्ययन किया, बल्कि वजन कम किया और योग का अभ्यास किया. यहां तक ​​कि उन्होंने गांधी की तरह ही धागे को स्पिन करना भी सीखा.

उर्वशी गुप्ता