योगी आदित्यनाथ कल गोरखपुर शहर से करेंगे नामांकन, जानिए वहां का चुनावी समीकरण...
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में 4 फरवरी को नामांकन करेंगे। नामांकन के समय उनके साथ केंद्रीय मंत्री अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद रहेंगे।
आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। इसके पहले वह गोरखपुर से कई बार सांसद रह चुके हैं। योगी आदित्यनाथ आज गोरखपुर पहुंच रहे हैं। भाजपा के मीडिया प्रभारी बच्चा पांडे ने ये जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी पार्टी पदाधिकारियों और बूथ अध्यक्षों के साथ बैठक करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बीजेपी ने गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार घोषित किया है, जहां छठे चरण में तीन मार्च को मतदान होना है। पहले ये कयास लगाए जा रहे थे कि योगी अयोध्या या मथुरा से चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन आखिरकार पार्टी ने उन्हें गोरखपुर से लड़ाने का फैसला किया।
दरअसल पूर्वांचल भाजपा के कुछ नेताओं के सपा में शामिल होने और क्षेत्र में अखिलेश यादव की पकड़ मजबूत होते देखकर पार्टी ने योगी की सीट बदलने का विचार त्याग दिया। राजनीतिक हलकों में यह चर्चा हो रही थी कि योगी यदि गोरखपुर सीट छोड़ देते तो पूर्वांचल में भाजपा की पकड़ कमजोर हो सकती थी।
योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ प्रभावशाली गोरखनाथ पीठ के पीठाधीश्वर भी हैं। गोरखपुर और योगी आदित्यनाथ का रिश्ता ऐसा है कि दोनों को एक-दूसरे का पर्यायवाची तक कहा जाता है। योगी आदित्यनाथ के अयोध्या या मथुरा से लड़ने में कोई नुकसान नहीं था। जिस हिसाब से उनका कद है, वह जीत भी जाते मगर, शहर से उनका रिश्ता कहीं न कहीं कमज़ोर पड़ जाता। ज़िले की कुल 9 विधानसभा सीटों में से एक गोरखपुर शहरी विधानसभा सीट पर फिलहाल भारतीय जनता पार्टी का क़ब्जा है। अतीत पर गौर करें तो इस सीट पर हुए पिछले तीन चुनाव से बीजेपी का ही कब्जा रहा है। वैसे भी गोरखपुर भाजपा का गढ़ माना जाता है। सपा और बसपा की लहर में भी गोरखपुर सीट पर भाजपा का ही परचम लहराया है।