वैज्ञानिकों की चेतावनी- बड़ी समस्याएं पैदा कर सकता है कोरोना का यह नया वैरिएंट
दुनिया के कई देशों में एक बार फिर से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। विशेषकर चीन और यूरोप के कई हिस्सों में रोजाना मामलों में तेज उछाल देखा जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक इन देशों में अधिकतर मामले ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट BA.2 (स्टील्थ ओमिक्रॉन) के कारण सामने आ रहे हैं, जिसे ओमिक्रन के मूल वैरिएंट से अधिक संक्रामक माना जा रहा है। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के वैज्ञानिकों ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कोरोना के एक नए उभरते खतरे XE वैरिएंट को लेकर लोगों को सचेत किया है। प्रारंभिक अध्ययनों में इसे अब तक का सबसे संक्रामक कोरोना वैरिएंट माना जा रहा है। बता दे की डब्ल्यूएचओ ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि यूके के कई हिस्सों में इस बेहद संक्रामक वैरिएंट के मामले दर्ज किए गए हैं। शुरुआती संकेत बताते हैं कि यह स्टील्थ ओमिक्रॉन से भी 10 गुना अधिक संक्रामक हो सकता है। सभी देशों को कोरोना को लेकर विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि जिस तेजी से इसके फैलने की प्रकृति देखी गई है, यह चिंता बढ़ाने वाली है। आइए XE वैरिएंट के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों को जानते हैं।
दुनिया के कई देशों में एक बार फिर से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। विशेषकर चीन और यूरोप के कई हिस्सों में रोजाना मामलों में तेज उछाल देखा जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक इन देशों में अधिकतर मामले ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट BA.2 (स्टील्थ ओमिक्रॉन) के कारण सामने आ रहे हैं, जिसे ओमिक्रन के मूल वैरिएंट से अधिक संक्रामक माना जा रहा है। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के वैज्ञानिकों ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कोरोना के एक नए उभरते खतरे XE वैरिएंट को लेकर लोगों को सचेत किया है। प्रारंभिक अध्ययनों में इसे अब तक का सबसे संक्रामक कोरोना वैरिएंट माना जा रहा है।
डब्ल्यूएचओ ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि यूके के कई हिस्सों में इस बेहद संक्रामक वैरिएंट के मामले दर्ज किए गए हैं। शुरुआती संकेत बताते हैं कि यह स्टील्थ ओमिक्रॉन से भी 10 गुना अधिक संक्रामक हो सकता है। सभी देशों को कोरोना को लेकर विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि जिस तेजी से इसके फैलने की प्रकृति देखी गई है, यह चिंता बढ़ाने वाली है। आइए XE वैरिएंट के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों को जानते हैं।
दो ओमिक्रॉन स्ट्रेन का संयोजन
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में नए XE वैरिएंट को 'हाइब्रिड वैरिएंट' के तौर पर सूचित किया गया है। यह ओमिक्रॉन BA.1 और BA.2 के संयोजन से तैयार हुआ वैरिएंट है। इस रीकॉम्बिनेंट वैरिएंट को बड़ी चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है। इससे पहले भी वैरिएंट्स के संयोजन के मामले सामने आते रहे हैं। डेल्टा और ओमिक्रॉन के संयोजन से तैयार डेल्टाक्रॉन को भी अध्ययनों में अधिक संक्रामक और घातक पाया गया है।
कितना खतरनाक होता है दो वैरिएंट्स का संयोजन
प्रारंभिक शोध में XE वैरिएंट को अधिक संक्रामक जरूर बताया जा रहा है, पर वैज्ञानिकों की मानें तो दो वैरिएंट्स का संयोजन चिंता की बात नहीं है। यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी के मुख्य चिकित्सा सलाहकार डॉ सुसान हॉपकिंस कहते हैं, किसी भी कोरोना वायरस वैरिएंट्स के साथ दूसरे वैरिएंट के संयोजन से कोई बड़ी चिंता जैसी चीज नहीं है। यह क्रिया वायरस को स्वत: ही अपेक्षाकृत जल्दी मार देती है। हालांकि इसे हल्के में बिल्कुल नहीं लिया जाना चाहिए।