कांग्रेस से मिले बार-बार के झटकों से आहत हैं सुनील जाखड़, जानें तीन कारण जिसकी वजह से हैं नाराज
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ की नाराजगी पार्टी के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी जाखड़ को मनाने के लिए दो बार बैठक कर चुके हैं। इसके बावजूद परिणाम शून्य ही नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि बुधवार को राहुल गांधी ने जाखड़ को यहां तक कह दिया कि वह हमेशा ही उनके साथ रहे हैं। इसके बावजूद जाखड़ की नाराजगी दूर नहीं हो रही है, जबकि पूर्व प्रदेश प्रधान ने पार्टी के उपमुख्यमंत्री बनने के प्रस्ताव को भी ठुकरा दिया था। इसी वजह से कांग्रेस की परेशानी भी बढ़ रही है, क्योंकि उन्हें जाखड़ का कोई विकल्प नहीं मिल पा रहा है।सवाल यह उठ रहा है कि आखिर क्या वजह है कि शांत रहकर हमेशा ही पार्टी के हक में चलने वाले जाखड़ इतने नाराज हो गए कि राहुल द्वारा बार-बार मनाने के प्रयास करने के बावजूद उनकी नाराजगी दूर नहीं हो रही है। जाखड़ के करीबी सूत्र बताते हैं कि पूर्व प्रदेश प्रधान ने पार्टी द्वारा बार-बार नजरंदाज किए जाने का तो बुरा नहीं माना, लेकिन जब मुख्यमंत्री पद के लिए उनका नाम केवल इसलिए कट गया, क्योंकि वह पगड़ीधारी नहीं है। इसके बाद उनका गुस्सा गहरी नाराजगी में बदल गया।