बिहार में राजभवन के कार्यक्रम से CM नीतीश की सरकार ने बनाई दूरी, शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कही बड़ी बात

बिहार में राजभवन के कार्यक्रम से CM नीतीश की सरकार ने बनाई दूरी, शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कही बड़ी बात

 बिहार में राजभवन और राज्‍य सरकार के बीच दूरी साफ नजर आने लगी है। कई विश्‍वविद्यालयों के कुलपति पर भ्रष्‍टाचार के आरोप लगने के बाद सरकार अब इससे किनारा करने लगी है। राज्यपाल फागू चौहान द्वारा आज राजभवन में आयोजित चांसलर अवार्ड समारोह में शिक्षा मंत्री और विभाग के कोई अफसर शामिल नहीं होंगे। यहां तक की सरकार के भी कोई प्रतिनिधि इस आयोजन में शामिल नहीं होंगे। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने राजभवन में आयोजित समारोह में शामिल नहीं होने के सवाल पर कहा कि चांसलर अवार्ड की स्थापना और फिर इसकी चयन प्रक्रिया को चांसलर आफिस ने तय किया है। इसमें न सरकार से सलाह ली गयी और न ही शिक्षा विभाग से। इस पूरी प्रक्रिया में राज्यपाल और कुलाधिपति कार्यालय सिर्फ शामिल है।दरअसल, राज्‍य के मौलाना मजहरूल हक अरबी फारसी विश्‍वविद्यालय के नवनियुक्‍त कुलपति प्रो. मोहम्‍मद कुद्दुस ने उनपर भ्रष्‍टाचार के लिए दबाव बनाए जाने का आरोप लगाते हुए राज्‍यपाल फागु चौहान के साथ ही मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार को भी एक पत्र लिखा है। उन्‍होंने आरोप लगाया है कि उनके योगदान से ठीक पहले विवि के प्रभारी कुलपति ने आनन-फानन में ऐसे टेंडर को स्‍वीकृति दी, जिसमें गड़बड़ी की आशंका है। उन्‍होंने अपने पत्र में यह भी जिक्र किया कि प्रभारी वीसी द्वारा चयनित एजेंसी को भुगतान करने के लिए उन पर दबाव बनाया जा रहा है। उन्‍होंने दावा किया कि इसके लिए उन्‍हें राजभवन के फोन नंबर से काल की गई थी। आपको बता दें कि इस विवि का प्रभार ललित नारायण मिथिला विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रो. एसपी सिंह को दिया गया था। उनके पास कुछ और भी विवि का प्रभार रहा है।