जहरीली हो गई है बिहार की हवा, जाने किन शहरों में खतरनाक............
बिहार की हवा
यदि आप बिहार में रह रहे हैं तो आपके लिए एक बुरी खबर है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की माने तो देश को दस सबसे अधिक प्रदूषित शहरों में बिहार के सात शहर शामिल है। इन शहरों में वायु की गुणवत्ता सबसे खराब मापी गई है। देश का सबसे अधिक प्रदूषित शहर भी बिहार मे ही है। जी हां मुंगेर देश का सबसे अधिक प्रदूषित शहर रहा।यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एअर क्वालिटी इंडेक्स 423 पर पहुंच गया। यहां की हवा 400 एक्यूआई के घातक स्तर से भी अधिक खराब रही। उत्तर प्रदेश का मेरठ 371 एक्युआइ के साथ देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा।उसके बाद फिर तीसरे स्थान पर बिहार का छपरा और चौथे स्थान पर भागलपुर रहा,जहाँ कि वायु गुणवत्ता सबसे खराब मापी गई।
छपरा का एक्यूआई 367 रहा जबकि भागलपुर का 364 मापा गया। वायु गुणवत्ता सूचकांक में नीचे से पांचवें और छठवें स्थान पर भी बिहार के ही शहर रहे। 361 एक्युआइ के साथ मुजफ्फरपुर पांचवें, 359 के साथ सीवान छठे स्थान पर रहा। देश की राजधानी दिल्ली सातवें स्थान पर रही। उसके बाद फिर बिहार के शहरो ने बाजी मारी। आठवें स्थान पर सासाराम नौवें स्थान पर बक्सर के साथ राजगीर और गाजियाबाद संयुक्त रूप से 10 वें स्थान पर रहे। सासाराम का एक्यूआई 349 रहा जबकि बक्सर का 348 मापा गया। राजगीर और गाजियाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक संयुक्त रुप से 343 रहा।
इस प्रकार देश के सर्वाधिक प्रदूषित 10 शहरों में 7 शहर बिहार के रहे। हालांकि थोड़ी राहत ये रही कि पटना का एक्यूआई मुंगेर और छपरा जैसे छोटे शहरों की तुलना में कम रहा। लेकिन लखनऊ वाराणसी और गुवाहाटी जैसे शहरों की तुलना में पटना का एक्यूआई अधिक मापा गया। पटना का पटना का वायु गुणवत्ता सूचकांक 304 रहा। बिहार में भागलपुर और मुजफ्फरपुर पटना से अधिक प्रदूषित रहे। वहीं गया में सबसे कम प्रदूषण रिकॉर्ड किया गया यहां का एक्युआइ 168 रहा। पर्यावरण विशेषज्ञों की मानें तो पटना समेत प्रदेश के विभिन्न शहरों में ठंड बढ़ने की वजह से प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। ठंड के कारण हवा का घनत्व बढ़ गया है जिससे पीएम 2.5 और pm10 जैसे धूल कणों को ढोने की उसकी क्षमता बढ़ गई है। जिसके चलते वो हवा में अधिक समय तक तैरते रहते हैं।